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मार्च 16, 2022 315 0 Kim Zember
Encounter

दुष्टता से शिष्टता तक

परिवर्त्तित होने की तैयारी करें क्योंकि किम ज़म्बर बताती हैं कि कैसे उन्होंने खुद को समलैंगिक जीवन शैली से मुक्त किया

मेरा जन्म और पालन-पोषण दक्षिणी कैलिफोर्निया में दो बड़े भाइयों के साथ एक धर्मनिष्ठ कैथलिक परिवार में हुआ था। मैं ईश्वर और उसके प्रेम को जानकर बड़ी हुई हूं। आठवीं कक्षा तक, मैं एक कैथलिक स्कूल में गयी, जहाँ मैं ईश्वर की कृपा से संरक्षण में थी, लेकिन मैं इसके खिलाफ लडती रही। मैं अन्य सभी लोगों की तरह बनना चाहती थी। मैं ने अपने माता-पिता के सामने बहुत सारी दलीलें दीं थीं कि वे मुझे कैथलिक स्कूल से निकालकर एक पब्लिक हाई स्कूल में स्थानांतरित कर दें। दुर्भाग्य से उन्होंने मेरी दलीलों पर ध्यान दिया। उस नए विद्यालय में मैंने लोगों के साथ बुरा व्यवहार किया, ताकि लोग मेरी ओर आकर्षित हो। लोगों का ध्यान खींचने और उनका आकर्षण पाने की मुझे लालसा थी। मुझे पता था कि प्रभु ने मुझे बड़ी चीजों के लिए और दूसरों की मदद करने के लिए सृष्ट किया है, लेकिन मैं ऊब गयी थी और मैं सिर्फ अपनी ज़रूरतों पर ही ध्यान देती थी।

अपराध बोध से ग्रसित

अपनी हाई स्कूल पढ़ाई के अंतिम वर्ष के दौरान, मुझे स्कूल में ही एक लड़की के प्रति आकर्षण महसूस हुआ। मैं अभी भी नहीं जानती कि वह इच्छा कहाँ से आई। मैंने अपने जीवन में किसी प्रकार के यौन शोषण का अनुभव नहीं किया था या पुरुषों के प्रति मैं ने कोई कटुता नहीं रखी। मैंने एक गुप्त और स्वार्थी तरीके से उस लड़की को एक रोमांटिक रिश्ते में लुभाने के लिए उसका पीछा करना शुरू कर दिया। एक रात, जब हम दोनों नशे में थीं, मैं उसके साथ जिस प्रकार के शारीरिक संबंध को चाह रही थी उसे प्राप्त करने में सफल रही। हमारे इस तरह जुड़ने से पहले, काश, कितना अच्छा होता, यदि कोई मुझे उस क्षण में रोकता और मुझे बताता कि इस तरह का रिश्ता मुझे कहां ले जाएगा।

मैं और अधिक सुख पाने के लिए भूखी थी, जैसे जब मैं ब्राउनी खाती हूं, तो मुझे और ब्राउनी चाहिए, भले ही यह मेरे लिए अच्छा नहीं है और मुझे अस्वस्थ कर देता है। लेकिन वह लडकी जानती थी कि हमने जो किया है उसमें कुछ गड़बड़ है, वह अपराध बोध से भरी हुई थी, और इसके बारे में बात भी नहीं करना चाहती थी। मुझे भी पता था कि यह गलत है, इसलिए मैंने लड़कों के साथ डेटिंग करके लड़कियों के साथ अपने संबंधों को छुपाया, इसलिए नहीं कि कलीसिया ने कहा कि यह गलत है, इसलिए भी नहीं कि मुझे इस बात की परवाह थी कि लोग क्या कहेंगे, बल्कि इसलिए कि मेरे भीतर एक शांत, छोटी आवाज मुझे सुनाने केलिए पुकार कर रो रही थी, “किम, मेरे पास तुम्हारे लिए बेहतर आनंद है।”

दु:ख की बात है कि मैंने उस आंतरिक आवाज़ को दबा दिया, अन्य स्त्रीयों और पैसे का पीछा करके मैं ने उस आवाज़ को बाहर निकाल दिया क्योंकि उन दिनों रियल एस्टेट में मेरा करियर खूब चल रहा था। सतह पर, ऐसा लग रहा था कि मैं अच्छा कर रही हूँ, बहुत पैसा कमा रही हूँ और बहुत से आकर्षक नवजवानों के साथ डेटिंग कर रही हूँ। लेकिन यह सब झूठ की बुनियाद पर खडा था। मैंने एक लड़की से लगभग दो साल तक प्रेम किया, लेकिन इस बात को कोई नहीं जानता था। मैं सभी से झूठ बोली। मैं कोई और व्यक्ति बन रही थी। अपनी प्रेमिका के साथ मैं एक प्रकार की व्यक्ति थी और अन्य लोगों के साथ मैं एक दूसरी प्रकार की व्यक्ति बन रही थी। जो कोई मेरे इर्दगिर्द थे, उन सब के साथ मैं गिरगिट की तरह रंग बदल रही थी।

एक मोड

मेरे लिए सबसे बड़ा आकर्षण महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध नहीं था, बल्कि भावनात्मक अंतरंगता थी। वे मुझे समझ पा रहीं थीं; मैं भी उन्हें समझ रही थी। मैंने हमेशा लोगों की मदद करने की इच्छा महसूस की थी, खासकर अगर वे अपने अंदर कुछ तबाही या टूटन महसूस करती हो तो। मैं कभी नहीं जानती थी कि यह एक उपहार था। लेकिन शैतान आपके विशेष उपहार को अपने उद्देश्यों के लिए मोड़ना चाहता है क्योंकि किसी भी चीज़ की सृष्टि शैतान नहीं करता है।

वह हर चीज को तोड़ मरोड़ करता और विकृत करता है, विशेष रूप से ईश्वर की भलाई और उपहार को। महिलाओं के लिए ईश्वर ने मुझे जो स्नेह दिया, वह स्वस्थ दोस्ती बनाने, एक दूसरे का समर्थन करने के लिए इस्तेमाल किया जाना था। लेकिन शैतान ने उसे तब मरोड़ दिया जब मैंने सीमा लांघी और उस स्नेह को अनुचित शारीरिक रूप से व्यक्त किया। मैं जिस किसी भी रिश्ते में थी उस रिश्ते ने विकृत और अस्वस्थ रिश्ता का रूप ले लिया। हालाँकि वे सभी अद्भुत लोग थे और मैं कुछ महत्वपूर्ण तरीकों से उनकी मदद करने में सक्षम थी, जैसे कि मादक द्रव्यों की लत छुड़वाना, नशा का परित्याग कराना आदि। लेकिन सच्चाई यह है कि मैं उन्हें अन्य गहरे तरीकों से चोट पहुँचा रही थी।

मैं एक कैथलिक सलाहकार के पास गयी, उनके सम्मुख मेरी सब समस्याओं को बताया और उन्होंने पुष्टि की कि मैं समलैंगिक हूं। मैं इसे कभी स्वीकार नहीं कर पा रही थी, लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि मैं धर्मग्रन्थ को नहीं समझती। मेरे कानों को इसे सुनना अच्छा लगता था, लेकिन मुझे इससे कभी शांति नहीं मिली क्योंकि मुझे पता था कि यह सच नहीं था, हालाँकि मैंने इसे स्वीकार कर लिया क्योंकि इसका मतलब था कि मैं जो चाहूँ वह कर सकती थी।

धमाका भरा दिल

23 साल की उम्र में, मैं एक अच्छे ईसाई लड़के को प्रेम कर रही थी। मेरा दिल उसकी ओर और प्रभु के लिए उसके प्रेम के प्रति आकर्षित था, इसलिए जब उसने मुझसे कहा कि वह मुझसे प्यार करता है, तो मुझे खुशी होनी चाहिए थी। इसके बजाय, मुझे बहुत गुस्सा आया, क्योंकि मुझे पता था कि मेरे अंदर क्या चल रहा है और एक लड़की के साथ मेरा किस तरह का गुप्त सम्बन्ध है। एक पुरुष जो ईश्वर से इतना जुड़ा हुआ है, मुझसे प्यार कैसे कर सकता है? कोई व्यक्ति जो इतना आध्यात्मिक रूप से प्रेरित है, किसी ऐसे व्यक्ति से प्रेम कैसे कर सकता है, जो भौतिकता में इतनी डूबी हुई है? जब मैंने उससे सवाल किया, तो उसने बस इतना कहा, “मैं तुम्हारे दिल से प्यार करता हूँ, लेकिन अगर तुम अपने दिल को जानना चाहती हो, तो तुम्हें ईश्वर से कहना होगा कि वह तुम्हें अपने दिल की असलियत दिखा दे।”

मैं स्तब्ध रह गयी। मैं अपने कमरे में गयी और अपने दिल की गहराई से चिल्लायी, “हे ईश्वर, मुझे मेरा दिल दिखा दे”। मुझे उम्मीद नहीं थी कि ईश्वर तुरंत जवाब देगा, लेकिन मैंने महसूस किया कि मैं अपने जीवन के एक ऐसे दृश्य की ओर उठाई गई हूं, जिसे मैं पूरी तरह से भूल गयी थी। मैंने खुद को सातवीं कक्षा में पाया, अफ्रीका में अपने मिशन के बारे में बता रहे एक मिशनरी पुरोहित को सुन रही थी, और उन्हें सुनकर मैं मंत्रमुग्ध हो गयी थी। मैंने अपनी माँ का हाथ पकड़ा और उससे कहा, “मैं अफ्रीका जाना चाहती हूँ।” हालाँकि उसने मुझे याद दिलाया कि मुझे गंदगी तथा मक्खियों और असुविधाओं से कितनी नफरत थी।  मैंने अपनी इच्छा नहीं छोडी, इसलिए बाद में उस मिशनरी से मिलने गईं। उन्होंने ध्यान से सुना, फिर मुझसे कहा, “अगर प्रभु तुम्हें कभी अफ्रीका में चाहता है, तो वह तुम्हें ले जायेगा, बस प्रार्थना करते रहो”। हालाँकि मुझे इसकी कोई याद नहीं थी, बाद में मेरी माँ ने इसकी पुष्टि की।

मुझे लगा कि मेरा दिल अंदर से फट रहा है। मैंने अपने प्रेमी युवक को फोन किया और घोषणा की, “मैं अफ्रीका जा रही हूँ!” प्रभु बोला और मैं अफ्रीका की ओर भागी। उसने मुझे दिखाया कि मैं किस लिए बनायी गयी थी। यह सारा जोश उंडेला जा सकता है और अन्य लोगों पर इस जोश का व्यापक प्रभाव डाला जा सकता है। आफ्रिका में मैंने उन बच्चों को देखा जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया था, जिन्हें भोजन नहीं मिल रहा था। जब आप उस बच्चे को गले लगाते हैं, और आपको उस बच्चे से जूँ मिलती हैं या उनकी त्वचा के चकत्ते आपके शरीर में आ जाते हैं – तो वे वास्तव में उपहार हैं। इन बच्चों ने सचमुच मुझे बदल दिया और मेरा दिल खोल दिया।

प्रभु कहता है कि यदि तुम मुझे ढूंढ़ना चाहते हो, तो बेसहारों, विधवाओं, अनाथों, कंगालों, बंदियों में ढूंढो। मैं जीवित और धड़कते हुए दिल के साथ इथोपिया से लौट आयी। मैंने 200,000 डॉलर प्रति वर्ष की कमाई का अपना करियर त्याग दिया, अपना घर, अपनी कार और अपना सब कुछ बेच दिया। मैं उस व्यक्ति के साथ इथियोपिया वापस चली गयी जिसने इन सब के लिए मेरा दिल खोल दिया था। शादी करने से पहले, मैंने जो कुछ भी किया था उसे कबूल कर पाप स्वीकार किया और उसने कहा, “यदि तुम महिलाओं के साथ रहना चाहती हो तो तुम वही चुन सकती हो, लेकिन अगर तुम मेरे साथ रहना चाहती हो, तो मुझे चुनो” और मैंने उसे चुना।

सर्पिल गति से उतार  

अपनी शादी की रात मैं अपने घुटनों पर बैठ गयी और बोली “प्रभु, मैं किसी महिला के साथ सम्बन्ध बनाकर इस आदमी को कभी धोखा नहीं दूंगी” और मैं ने अपनी पूरी समझदारी के साथ यह बात कही। जो मुझे समझ में नहीं आया वह यह था कि मेरे पास ऐसा करने की स्वयं की ताकत नहीं थी। मुझे अपने उद्धारकर्ता की सहायता की आवश्यकता थी। मैं उसके वचन में डूबी नहीं थी। मैं बस कुछ गतिविधियों से गुजर रही थी। अपने दांतों को ब्रश करते हुए अपनी प्रार्थना करने, या अपने आप को या अपने बच्चों को मिस्सा बलिदान ले जाने जैसी गतिविधियों के माध्यम से अच्छी आदतें विकसित करना ठीक है, क्योंकि आप अच्छी चीजों को विकसित कर रहे हैं, लेकिन यह सिर्फ एक शुरुआत है।

शादी के ठीक एक साल बाद, जब हम अफ्रीका से लौटे, तो मैंने अपने पति को धोखा दिया, एक विवाहित महिला के साथ मैंने सम्बन्ध बनाया। हम दोनों ने अपने पतियों को छोड़ दिया और तलाक ले लिया। इस कारण मेरे जीवन में तेजी से नीचे की ओर सर्पिल उतार शुरू हुआ। जब वह महिला बच्चा पैदा करना चाही, तो स्थिति बिगड़ने लगी। यहीं पर मैंने रेखा खींची, क्योंकि मुझे पता था कि एक बच्चे को एक पिता की जरूरत होती है और मैं ईश्वर की भूमिका नहीं निभाना चाहती थी, इसलिए हम दोनों अलग हो गयीं। अगले दो वर्षों तक, स्त्रियों के साथ मेरे कई संबंध रहे, लेकिन मैंने सभी के साथ अधिक टूटी हुई महसूस किया। मैं अपना दिल तोड़ रही थी और दूसरे लोगों के दिलों को भी तोड़ रही थी।

इन सब के दौरान, मेरे परिवार के लोगों ने मुझे प्यार दिया, लेकिन उन्होंने कभी भी मेरे गलत कामों को माफ नहीं किया। ईश्वर ने मुझे किस रूप में बनाया है और मुझे उच्च चीजों के लिए बुलाया है इस बात की उन लोगों ने हमेशा पुष्टि की। यह बुरी बात नहीं थी। यही मुझे चाहिए था। उन्होंने हमेशा मुझे याद दिलाया कि मैं और अधिक अच्छाइयों के लिए बनायी गयी थी। जब उन्होंने महसूस किया कि मेरी गर्ल फ्रेंड्स (प्रेमिकाओं) को पारिवारिक समारोहों में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने से वे मेरी जीवनशैली की पुष्टि करेंगे, तो उन्होंने यह कहने का कठिन निर्णय लिया कि वे अब ऐसा और नहीं कर सकते। तब मुझे गुस्सा आया, मुझे सज़ा देने का आरोप मैंने उन पर लगाया, और कुछ समय के लिए मैं उनसे दूर रही, लेकिन वे ही थे जो अभी भी मेरे लिए थे चाहे कुछ भी हो जाए।

समर्पण की शक्ति

जब मेरी नवीनतम प्रेमिका ने मुझे धोखा दिया और मैंने अपने आपको सबसे निचले स्तर पर महसूस किया, तो मैं आँसू बहाती हुई ईश्वर के पास वापस आ गयी और इस तरह प्रार्थना कर रही थी, “हे प्रभु, मैं आत्मसमर्पण करती हूं। मुझे विश्वास है कि तू ही ईश्वर है और मैं नहीं। यदि तू मुझे दिखाता है कि तेरे पास मेरे लिए मुझ से ज़्यादा अच्छी योजनाएँ हैं, तो मैं अपने शेष दिनों में तेरी सेवा करूँगी।”

उस रात को, मेरे दोस्त डैनियल मुझे एक अफ्रीकी उपदेशक की प्रार्थना सभा में ले गया, लेकिन जब मैंने देखा कि पियानोवादक कितना सुंदर और आकर्षक था, तो मुझे प्रलोभन से बचने के लिए अपनी आँखें ढँकनी पड़ीं क्योंकि मैं ईश्वर के अलावा और कुछ नहीं देखना चाहती थी। जब उस उपदेशक ने लोगों को प्रार्थना के लिए बुलाया, तो मैं अपने दोस्तों के साथ वेदी तक पहुँच गयी, लेकिन मैं ने अपनी आँखें कसकर बंद कर लीं। जैसे ही हम पंक्ति में सबसे आगे पहुँच गए, मैं दंग रह गयी, क्योंकि उपदेशक डैनियल को फटकार रहे थे मानो वे उसके सभी दोषों को जानते हो। मैंने कभी भविष्यवाणी का अनुभव नहीं किया था और मुझे इस बात का डर था कि उपदेशक मेरे बारे में क्या कहेंगे और सब लोगों को क्या सुनायेंगे।

अगले ही पल, उपदेशक ने मेरे जीवन पर येशु मसीह के नाम से विजय की घोषणा करनी शुरू कर दी। उन्होंने घोषणा की, “आपने अपना जीवन उन्हें समर्पित कर दिया है और अंत में आपने सब कुछ त्याग दिया है। आप हर बात में प्रभु के लिए जियेंगी।” उन्होंने उन वचनों को दुहराया जिन वचनों के द्वारा मैंने अपना समर्पण करते हुए परमेश्वर को पुकारा था, और जो मैंने पुनर्निर्देशन की भीख माँगती हुई उनसे कहा था। मैं जानती थी कि यह सर्वशक्तिमान परमेश्वर उस उपदेशक के माध्यम से मुझसे बात कर रहा था।

इन सभी वर्षों में मैं ईश्वर की कृपा में टिकी हूं और मेरा आध्यात्मिक जीवन पूरी तरह से बदल गया है। स्वतंत्रता में चलने की कुंजी येशु के साथ व्यक्तिगत संबंध रखने से है। दैनिक मिस्सा बलिदान के माध्यम से परम प्रसाद के पवित्र संस्कार द्वारा येशु के साथ गहरी घनिष्ठता, पवित्र धर्मग्रन्थ के साथ प्रतिदिन का समय देना, बार-बार पाप स्वीकार करना, आराधना करना, स्तुति और महिमा के गीत-संगीत बजाना, कैथलिक सम्मेलनों में जाना और ख्रीस्तीय समुदाय में शामिल रहना आदि सभी बातों ने मुझे मसीह के साथ चलने में मदद की है। जैसे-जैसे मैंने इन सब को अधिक से अधिक करना शुरू किया, मैंने देखा कि मैं अन्य पुरानी बुरी आदतों से छुटकारा पा रही हूँ। इस से मुझे पवित्र आत्मा में बढ़ने और मेरे शरीर की वासनाओं से बाहर निकलने में मदद मिली। जब मैं येशु के साथ व्यक्तिगत संबंधों में विकसित हुई, तब मेरे लिए सब कुछ ठीक और व्यवस्थित हो गया। निश्चय ही वह हम सब को अन्धकार से निकालकर अपनी सिद्ध ज्योति की ओर ले जाता है!

मुझे आशा है कि जिसे परमेश्वर के सत्य में खड़े होने के लिए प्रोत्साहन की आवश्यकता है, उसे मेरी तबाही वाली परिस्थिति के बारे में जानकार आशा प्राप्त हो सकती है। क्योंकि परमेश्वर ने जो कहा है वह हमेशा हमारे अपने विचार से बेहतर होगा। ईश्वर को ईश्वर बने रहने दो। जब वह पुरुषों और महिलाओं और संबंधों के लिए अपनी योजनाओं के बारे में बात करता है, तो उसकी बात सुनें। प्रेम क्या है यह उसने हमें क्रूस द्वारा दिखाया। प्रेम बलिदान है। मेरा जीवन मेरा अपना नहीं है। वह हर दिन मुझे उसके साथ एक गहरे रिश्ते के लिए बुला रहा है।

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Kim Zember

Kim Zember ओवरकम मिनिस्ट्रीज़ के संस्थापिका हैं। वे समलैंगिक आकर्षण से जूझ रहे युवाओं और वयस्कों के लिए एक सक्रिय वक्ता और संरक्षिका हैं। अपने बेचैन दिलों में शांति और आनंद चाहने वालों को किम अपनी पुस्तक, "रेस्टलेस हार्ट्स: माई स्ट्रगल विद लाइफ एंड सेक्शुआलिटी" के माध्यम से प्रोत्साहन प्रदान करती है।

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