Home/Engage/Article

जून 23, 2021 1269 0 Michelle Harold
Engage

स्वर्ग की यात्रा

ज़िन्दगी आखिरकार अपने प्रक्षेप पथ को ढूंढने से सफल हो जाती है |

मैं अक्सर सोचती हूँ कि मैं कितनी सौभाग्यशाली हूँ कि मेरी परवरिश एक कैथलिक के रूप में हुई है | मुझे बचपन से ही सही राह दिखाई गयी | शुरू से ही मेरे अंदर विश्वास की ज्वाला जलाई गयी और वह ज्वाला जीवित रखी गयी | देखा जाए तो मुझे अपनी तरफ से कभी इसकी खोज करनी ही नहीं पड़ी|

क्या मैंने इन मान्यताओं को बढ़ाने के लिए अपनी तरफ से जायज़ कोशिश की? कई बार शक, आलस या निराशा ने मुझे घेरे रखा| इन सब के बीच भी मेरे विश्वास न केवल जीवित रहा, बल्कि खुद को और मज़बूत ही किया है| मुझे नहीं लगता कि मैं केवल अपनी समझदारी के बलबूते पर जीवन में आगे बढ़ पाती| तो यह सच है कि मुझे हमेशा बड़े पैमाने पर, ज़रुरत से ज़्यादा, मदद मिली है | अभी हाल ही में मुझे अपने बचपन की एक बात याद आयी| मेरा नौवां जन्मदिन आने वाला था जब माँ और मैं सेंट माइकल कैथलिक गिफ्ट शॉप में खरीदारी कर रहे थे| वहां रखी कई सारी धार्मिक तस्वीरों, मूर्तियों और मेडलों के बीच एक चीज़ ने मेरा ध्यान खींचा, और वह थी माँ मरियम की एक तस्वीर| मुझे बाद में बताया गया कि उसे “सदा सहायिका माता” की तस्वीर कहते हैं|

माँ मरियम से मेरी देखभाल करनेवाली प्यारी स्वर्गिक माँ के रूप में परिचय होना मेरे लिए आने वाले कई सालों तक कई अलग अलग मायनों में मददगार साबित हुआ| जब मेरी माँ ने मुझे एक किताब दी थी जिसका शीर्षक था “फातिमा की माँ मरियम की स्वर्गीय शान्ति योजना”, तब मुझे पता चला कि हमारी धन्य माँ हमसे कितना प्यार करती हैं और हमारी मुक्ति की कामना करती हैं| माँ मरियम के अलग अलग जगहों पर प्रकट होने के ऊपर बनी एक वीडियो ने इसके बारे में मेरी सोच और मज़बूत की|

तबसे मैंने माँ मरियम को एक ऐसी शख्सियत के रूप में जाना है जिनसे मैं कभी भी बात कर सकती हूँ| वे हमेशा मुझे ईश्वर के और नज़दीक ले आती हैं, और जब भी मुझे एक चमत्कार की ज़रूरत होती है, मैं उनकी मध्यस्थता से प्रार्थना करती हूँ| कई मौकों पर जब उन्होंने मेरी मदद की है तो उसका जवाब मुझे बुधवार को मिला है और बुधवार को हमेशा से सदा सहायिका माता के दिन के तौर पर देखा जाता रहा है|

माँ मरियम मुझे यह भी सिखाती है कि ईश्वर के बारे में  हमारी हर इच्छा पूरा करनेवाले किसी जादूगर के रूप में  दृष्टि नहीं रखनी चाहिए | इसके बदले उन्होंने मुझे शक्ति दी कि मैं उन मुश्किलों को पार कर सकूँ जो ईश्वर मेरी इच्छा पूरी करने से ठीक पहले, मेरे विश्वास को परखने लिए, मेरे सामने रखते हैं | अक्सर  माँ की मध्यस्थता ने मुझे अपनी चिंताओं को उनको सुपुर्द कर अपनी ज़िन्दगी में और उनके बेटे येशु पर ध्यान लगाने में मदद की है|

जब मैं अपनी ज़िन्दगी में हुए हर आध्यात्मिक अनुभव, हर बोली गयी मध्यस्थता, हर आशीष को एक साथ जोड़ कर देखती हूँ तो मुझे अहसास होता है कि वे साड़ी आशीषें मिल कर मेरी ज़िन्दगी का प्रक्षेप पथ (यात्रा मार्ग) बनाती हैं| प्रक्षेप पथ की परिभाषा यह है कि वह तय की गयी राह है, जिस पर किसी वस्तु को भेजा जाना है और उस वस्तु को कुछ शक्तियां मिलकर किसी एक विशेष दिशा की ओर धकेलती है| मुझे लगता है कि इसे हमारी आध्यात्मिक यात्रा के रूप में देखा जा सकता है|

कितना अच्छा होगा अगर हम अपनी ज़िन्दगी से थोड़ा समय निकाल कर इस बारे में सोचें कि ईश्वर और हमारे बीच का सम्बन्ध असल में गहरा होना कब शुरू हुआ? कोई तो होगा इस धरती पर, जिसने स्वर्ग में किसी की सहायता से मिलकर इस यात्रा में हमारी मदद की| माँ मरियम, संत योसेफ, संत अन्थोनी, और बाकी सारे संत गण हमे येशु के नज़दीक लाते हैं, और उस समय के लिए हमें तैयार करते हैं जब येशु सच्चे गड़ेरिये के रूप में हमारे जीवन में आएंगे और हमारा मार्गदर्शन करना शुरू करेंगे|

आइये याद करें कितनी अनगिनत बार ईश्वर ने हमें हमारी ज़रुरत से ज़्यादा दिया है; वे अनगिनत संयोग जिन्होंने हमें हमारे दोस्तों, प्रियजनों से मिलवाया है; और वे छोटे छोटे चमत्कार जिन्होंने हमारी ज़िन्दगी में उस वक़्त रोशनी भरी जब हम अपने रोज़मर्रा के काम में व्यस्त थे, इस लिए हमने इन चमत्कारपूर्ण संयोगों पर ध्यान नहीं दिया| आइये हम उस प्रक्षेप पथ की खोज करें जिसे ईश्वर ने हमारे लिए तैयार किया है; हम उस प्रक्षेप पथ पर डटे रह कर अपनी पूरी शक्ति से प्रार्थना करें| पहले की तुलना में इस वक्त  दुनिया को हमारी प्रार्थनाओं की सबसे ज़्यादा ज़रुरत है|

Share:

Michelle Harold

Michelle Harold is an IT professional who finds great joy in living the Catholic faith. She resides with her husband in Melbourne, Australia.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Neueste Artikel