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जून 03, 2022 419 0 Ellen Hogarty, USA
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सीमा रहित भरोसा

क्या ईश्वर पर मेरा भरोसा मेरे बैंक खाते, संपत्ति और संसाधनों पर बहुत अधिक निर्भर करता है? या क्या मैं सच में परमेश्वर पर भरोसा रखती हूँ?

 तीसरी दुनिया के देश में सेवा दे रहा एक मिशनरी परिवार अपने मिशन केंद्र से लौटने के बाद आराम करने केलिए हमारे साथ रहने के लिए आया था। दोपहर के भोजन के समय, एक दिन उन्होंने प्रभु द्वारा प्रदान किये गए कृपाओं के बारे में एक अद्भुत गवाही साझा की। वे बहुत गरीब इलाके में रह रहे थे और लोग अक्सर उनके पास मदद मांगने आते थे। उस मिशनरी परिवार को उनके अपने जीवन यापन के खर्च के लिए एक मासिक वजीफा मिलता था, और आमतौर पर प्रत्येक महीने के अंत तक यह वजीफा ख़तम हो जाता था। उनके घर में रेफ्रिजरेटर या कोई अलमारी भी नहीं थी, इसलिए प्रति दिन के लिए उन्हें जो भी खाना चाहिए था, वे उसी दिन बाजार से खरीद लेते थे और वही खाते थे।

एक महीने जब वे बजट देख रहे थे, तो उन्होंने देखा कि उनके पास कुछ भी नहीं बचा है – अगले वजीफा आने तक कुछ साडा भोजन करने के लिए भी शायद ही पर्याप्त था। और फिर उन्होंने अपने दरवाजे पर दस्तक सुनी। दरवाजे पर दस्तक का आमतौर पर मतलब होता था कि कोई जरूरतमंद कुछ मांगने आ रहा है। माता-पिता ने बच्चों से कहा, “दरवाजा मत खोलो। हमारे पास कुछ भी नहीं बचा है।” माँ और पिताजी जानते थे कि उनके पास अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए कुछ भी पर्याप्त नहीं था। लेकिन बच्चों ने मातापिता के व्यवहार से आशरी चकित होकर अपने माता-पिता से कहा, “आपका  विश्वास कहाँ है?” बच्चों में से एक ने कहा, “यदि आप खुद पर भरोसा करते हैं, तो आप ईश्वर को चमत्कार करने के लिए कोई जगह नहीं छोड़ रहे हैं।”

अपने बच्चों की प्रतिक्रिया से परेशान माता-पिता ने दरवाजा खोला। दरअसल, कोई मदद मांगने के लिए ही आया था, और बच्चों ने अपने पास जो कुछ था वह सब उस परिवार के लिए दिया जो ज्यादा जरूरतमंद था। पिटा जी ने दरवाजा बंद करने के बाद कहा, “ठीक है, अब हमें पूरे सप्ताह भूखे रहना पडेगा।”

उस घटना के बारे में हमें बताते हुए उन्होंने कहा, “मैं अल्प विश्वास वाला था! उस सप्ताह में जो अनाज और अन्य सामग्री हमें जो मिली, उसे देखकर आप विश्वास नहीं करेंगे! कोई हमारे लिए कुछ चावल लाया, कोई नारियल से भरा हुआ ठेला लाया, किसी और व्यक्ति ने हमारे लिए गन्ना ला दिया। कुछ लोगों ने हफ्ते भर हमें रेस्टोरेंट में खाना खाने के लिए आमंत्रित किया। हमें एक बार फिर परमेश्वर के वचन की सच्चाई दिखाई गई, ‘दो और तुम्हें भी दिया जाएगा।”

वह लूकस 6:38 को उद्धृत कर रहा था जब येशु ने अपने शिष्यों से कहा था, “दो और तुम्हें भी दिया जाएगा। दबा-दबा कर, हिला-हिला कर, भरी हुई, ऊपर उठी हुई, पूरी की पूरी नाप तुम्हारी गोद में डाली जायेगी; क्योंकि जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिए भी नापा जायेगा।”

बाद में जब मैंने इस अद्भुत गवाही पर विचार किया, तो मैंने अपने आप से पूछा, “मेरा भरोसा कहाँ है? क्या यह मेरे संसाधनों, मेरे बैंक खाते, मेरी संपत्ति में है? या यह ईश्वर में है?” उन मिशनरी बच्चों में से एक ने जो कहा था, उस पर मैं ने मनन किया, “यदि आप खुद पर भरोसा करते हैं, तो आप ईश्वर को चमत्कार करने के लिए कोई जगह नहीं छोड़ रहे हैं।” क्या मैं अपने जीवन में परमेश्वर को चमत्कार करने के लिए कोई जगह छोड़ता हूँ?

जैसे हम तपस्या काल के करीब आते हैं, कलीसिया हमें और अधिक प्रार्थना, उपवास और भिक्षा दान के रिवाजों को कार्यान्वित करने के लिए आमंत्रित करती है। भिक्षा दान देना, विशेष रूप से जब हम केवल अपने अधिकता में से नहीं, बल्कि त्याग करके अपनी कमी में देते हैं, तब हम अपने दिलों को और विशाल बना सकते हैं और हम अपने कुछ स्वार्थों से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं। भिक्षा दान देने से, हमें अपने जीवन में परमेश्वर के लिए जगह बनाने में भी मदद मिल सकती है क्योंकि हमारे भिक्षा दान के द्वारा परमेश्वर अपनी अद्भुत और भरपूर देखभाल और प्रावधान से हमें आश्चर्यचकित कर सकता है।

इस तपस्या काल में, आइए हम प्रार्थनापूर्वक प्रभु से पूछें कि उसके द्वारा दिए गए उन उपहारों के साथ – चाहे वह हमारा समय हो, हमारी ऊर्जा हो, या हमारी मुस्कान हो – लेकिन विशेष रूप से हमारे बैंक के क्रेडिट कार्ड्स या बटुआ, इन सारे उपहारों के साथ हम और अधिक उदार कैसे हो सकते हैं। जब आप भिक्षादान करने के लिए उन प्रार्थनापूर्ण सुझावों का अनुसरण करते हैं, तो आश्चर्यचकित न हों, क्योंकि लूकस 6:38 में किये गए अपने वादे को परमेश्वर पूरा करता है, “दबा-दबा कर, हिला-हिला कर, भरी हुई, ऊपर उठी हुई, पूरी की पूरी नाप तुम्हारी गोद में डाली जायेगी; क्योंकि जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिए भी नापा जायेगा।…” मेरे पिताजी अक्सर हमसे कहा करते थे, “उदारता के मामले में कभी भी आप प्रभु को पछाड़ नहीं सकते!”

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Ellen Hogarty

Ellen Hogarty एक आध्यात्मिक निर्देशिका, लेखिका और लॉर्ड्स रैंच संस्था में पूर्णकालिक मिशनरी के रूप में कार्यरत हैं। गरीब जनों के प्रति इनके कार्यों के बारे में और जानने के लिए thelordsranchcommunity.com पर जाएं।

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