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नवम्बर 24, 2022 289 0 Father Elias Vella, Europe
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विशेष साक्षात्कार शैतान आप से पाप नहीं करा सकता

माल्टा महाधर्मप्रांत के प्रसिद्ध फादर एलियास वेला ओ.एफ.एम. के साथ एक विशेष साक्षात्कार, जो अपनी अविश्वसनीय सेवकाई-यात्रा का वर्णन कर रहे हैं

माल्टा के सूबा के लिए एक एक्सोर्सिस्ट या अपदूत निरासक के रूप में और दुनिया भर में रोग मुक्ति और दुष्टात्मा से छुटकारे की साधना में सेवकाई के द्वारा, मुझे कई आत्माओं की चंगाई का तथा दुष्ट शक्तियों के आधिपत्य, उत्पीड़न और प्रलोभन से मुक्ति का गवाह बनने का आशीर्वाद मिला है।

मैं भूमध्य सागर में स्थित एक छोटे से कैथलिक देश, माल्टा द्वीप का निवासी हूँ। 24 वर्षों तक सेमिनरी में ईशशास्त्र व्याख्याता का कार्य करते हुए, मैं शैतान के अस्तित्व में विश्वास नहीं करता था, क्योंकि मैं डच और जर्मन ईशशास्त्रियों से प्रभावित था, जिन्होंने शैतान की वास्तविकता पर संदेह किया था। हालाँकि, जब मैं कैथलिक करिश्माई नवीनीकरण में शामिल हुआ, तो लोग मेरे पास जादू-टोना, शैतान की पूजा, और शैतान से जुड़ी समस्याओं को लेकर आने लगे। मुझे नहीं पता था कि क्या करना है। मैं स्पष्ट रूप से देख पा रहा था कि यह सब उनके दिमाग की कपोकल्पना नहीं थी, और मैं उनकी मदद करना चाहता था, इसलिए मैं अपने धर्माचार्य के पास गया और पूछा कि क्या उन लोगों को धर्माचार्य के पास ही मुझे भेज देना चाहिए। उन्होंने मुझसे कहा: “जाकर इस विषय का अध्ययन करो और यह समझो कि परमेश्वर आपको क्या करने के लिए बुला रहा है”। जितना अधिक मैंने इस मुद्दे की जांच की, उतना ही मैं शैतान के कार्य को देख पा रहा था और मुझे अब संदेह नहीं हुआ। मुझे इस सेवा में रुचि थी, अपने लिए नहीं, बल्कि इसलिए कि लोगों को इस सेवा की ज़रूरत थी, इसलिए धर्माचार्य ने मुझ से पूरे सूबा के लिए अप्दूत निरासक बनने के लिए कहा।

शैतान का आधिपत्य तब होता है जब कोई दुष्टात्मा किसी को अपने नियंत्रण में ले लेता है, ताकि वह व्यक्ति अब अपने लिए सोचने के लिए स्वतंत्र न रहे। उस व्यक्ति की इच्छा, भावना और बुद्धि दुष्टात्मा के प्रभाव के अधीन हो जाती है। हालाँकि, एक दुष्टात्मा, मानव की आत्मा पर पूरा अधिपत्य नहीं कर सकता है और किसी को पाप करने के लिए मजबूर नहीं कर सकता है, क्योंकि आप तभी पाप कर सकते हैं जब आप अपनी इच्छानुसार पाप करने के लिए स्वतंत्र हैं, तथा आप को मालूम है कि आप क्या कर रहे हैं और इसे करने की इच्छा या चाहत आप रखते हैं। भूत या अपदूत को भगाने के दौरान, कोई व्यक्ति पाप पूर्ण इशारे कर सकता है, उदाहरण के लिए ईश निन्दा करना या रोजरी माला को तोड़ना, लेकिन ये पाप नहीं हैं, क्योंकि उस व्यक्ति के पास अपने शरीर पर नियंत्रण की क्षमता नहीं है।

भूत भगाने की प्रक्रिया में, अपदूत निरासक (जो एक विशेष रूप से प्रशिक्षित पुरोहित होता है) दुष्टात्मा को आदेश देता है की वह ईश्वर के नाम पर और कलीसिया की सामर्थ्य से उस व्यक्ति के शरीर को छोड़ दे। यह अक्सर बड़े संघर्ष का कार्य होता है, क्योंकि दुष्टात्मा उस शरीर को नहीं छोड़ना चाहता जहां उसने घर बनाया है, लेकिन ईश्वर शैतान से अधिक शक्तिशाली है, इसलिए अन्ततोगत्वा उसे छोड़ना होगा। सभी भूत प्रेत के हमलों में आधिपत्य शामिल नहीं है।

हालाँकि, मैंने व्यक्तिगत रूप से भूत-प्रेत के आधिपत्य के कई मामलों का सामना किया है, जिनमें अपदूत निरासन या भूत भगाने की आवश्यकता पडी थी। मैं एक अपदूत निरासक या ओझा हूं, इसलिए वे मेरे पास आते हैं। यह वास्तव में बहुत दुर्लभ है। बहुत से लोग जो सोचते हैं कि उन्हें भूतप्रेत से मुक्ति के लिए किसी अपदूत निरासक या ओझा के पास जाना चाहिए, लेकिन वास्तव में उन्हें इसकी ज़रुरत नहीं है। उन्हें अन्य आध्यात्मिक, मनोवैज्ञानिक और शारीरिक सहायता की आवश्यकता है। हालांकि मैं अक्सर अन्य देशों का दौरा करता हूं, फिर भी मैं अपने सूबा के बाहर, केवल स्थानीय धर्माचार्य की अनुमति लेकर ही भूत भगाने का कार्य कर सकता हूं। अगर मेरे पास वह अनुमति नहीं है, तो मैं एक उद्धार प्रार्थना कर सकता हूं, लेकिन अपदूत निरासन की धर्मविधि नहीं कर सकता। हर भूत-प्रेत या अपदूत एक दूसरे से भिन्न है। शैतान बुद्धिमान और चालाक है, इसलिए हमें छलने और धोखा देने के लिए वह अपनी तकनीक बदलता रहता है।

चेक गणराज्य में रोग मुक्ति के मिस्सा बलिदान के दौरान, मैंने उपस्थित विश्वासियों को उनके चेहरे को पवित्र जल से धोने के लिए आमंत्रित किया ताकि उन्हें शुद्धीकरण की आवश्यकता की याद दिलाई जा सके। एक लड़की ने अपना चेहरा धोने के बाद, एक क्रूस लिया और मुझे उस क्रूस से पीटना शुरू कर दिया। मैं ने किसी प्रकार की हिंसक प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन दूसरे लोगों द्वारा उसे रोका गया,  उसके बाद हमने उस पर अपदूत निरासन की धर्मविधि शुरू कर दी। यह बहुत कठिन था क्योंकि उसके पिता ने एक शैतानी पूजा समारोह के दौरान उसे शैतान को समर्पित कर दिया था, जहाँ उस पर जानवरों के खून छिड़काया गया था।

ब्राजील में, एक 16 वर्षीय दुर्बल लड़की मिस्सा बलिदान के दौरान होश खोकर उच्छल कूद करने लगी। जब हमने उसके लिए प्रार्थना की, तो वह इतनी हिंसक हो गई कि वह बिना किसी प्रयास से एक कुर्सी तोड़ सकती थी और कोई मजबूत आदमी भी उसे पकड़ नहीं सकता था। उस पर दुष्टात्मा का अधिपत्य मूर्तियों के अंधविश्वास पूर्ण भक्ति से शुरू हुआ था, लेकिन अच्छा हुआ कि काफी कठिनाई के बावजूद, प्रभु येशु के परम संस्कार की शक्ति से उसे छुटकारा मिल गया।

हम सभी लोग प्रलोभनों या उत्पीड़नों के दौर से गुज़रते हैं। यहां तक ​​कि हमारे प्रभु येशु को और माँ मरियम को भी कई बार स्वर्गिक पिता की इच्छा पूरी न करने का प्रलोभन दिया गया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उत्पीड़न तब होता है जब शैतान हमारी दुर्बलताओं को निशाना बनाकर हमला करता है। यह शैतानी आधिपत्य के बराबर नहीं है। अक्सर, जिस व्यक्ति पर आध्यात्मिक हमला किया जाता है, वह मनोवैज्ञानिक समस्याओं से भी पीड़ित हो जाता है। आध्यात्मिक समस्या से क्या उत्पन्न होता है और मनोवैज्ञानिक समस्या क्या है, यह समझना हमेशा आसान नहीं होता है।

अक्सर, इसे बहुआयामी प्रतिक्रिया की आवश्यकता होती है। शैतानी प्रपंचों से पूरी तरह से ठीक होने के लिए प्रार्थना, संस्कारों की कृपा, थेरेपी और उचित चिकित्सा सहायता की आवश्यकता हो सकती है। मैं चंगाई और दुष्ट शक्तियों से छुटकारा, दोनों के लिए प्रार्थना करता हूं। कलीसिया के संस्कार, शैतान के हमलों के खिलाफ सबसे शक्तिशाली हथियार हैं। शैतान संस्कारों से डरता है, विशेष रूप से मेलमिलाप या पाप स्वीकार के संस्कार से, क्योंकि यह सीधे पाप के खिलाफ और पाप के प्रलोभन के खिलाफ लड़ता है। जब पश्चाताप से पूर्ण पापी लोग अपने पापों को स्वीकार करते हैं और पाप को त्याग देते हैं, और एक प्रेमपूर्ण परमेश्वर से क्षमा मांगते हैं, तब वे उस शैतान के धोखे को अस्वीकार करते हैं जो हमें यह सोच देकर लुभाने की कोशिश करता है कि हमारे पाप गलत नहीं हैं; या कि हमें क्षमा किये जाने की आवश्यकता नहीं है; या यह कि परमेश्वर हम से प्रेम नहीं रखता; या यह कि वह हमें दयापूर्वक क्षमा नहीं करेगा। पाप क्षमा प्राप्त करने से हमारे ऊपर शैतान की पकड़ को घातक आघात पहुँचता है। इसलिए हमें नियमित पाप स्वीकार संस्कार की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए।

पवित्र यूखरिस्त शैतान के खिलाफ एक शक्तिशाली हथियार है क्योंकि हमारे प्रभु बड़ी विनम्रता और प्रेम के साथ स्वयं को हमें दे रहे हैं। ये दो बातें हैं जिनसे शैतान को पीड़ा होती है। शैतान प्रभु के विपरीत है, घमंड और घृणा से भरा हुआ है। क्योंकि शैतान के पास शक्ति प्राप्त करने की एक अतृप्त इच्छा है, वह कभी नहीं समझ पाएगा कि परमेश्वर स्वयं को हमारे लिए कैसे अर्पित कर देता है। इसलिए, जब हम पवित्र यूखरिस्त में अपने प्रभु को प्राप्त करते हैं, या यूखरिस्त के सामने रहकर उसकी पूजा करते हैं, तो शैतान भाग जाता है, क्योंकि वह इसे सहन नहीं कर सकता और इससे बचना चाहता है। इसलिए, जब परेशान लोगों की मदद करने के लिए कोई अपदूत निरासक नहीं है, तो उन्हें यूखरिस्त में प्रभु की उपस्थिति की तलाश करनी चाहिए।

सुरक्षा प्रार्थना

 हे सर्वशक्तिमान ईश्वर, तेरे प्रिय पुत्र, हमारे प्रभु येशु मसीह के दुखभोग, मृत्यु और पुनरुत्थान के गुणों के द्वारा मुझे अपनी कृपा प्रदान कर। मैं येशु को अपने प्रभु और उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार करता हूं। येशु के बहुमूल्य लहू से मेरी, मेरे परिवार की और मेरे आस-पास के सभी परिवेश की रक्षा कर। मैं येशु के शक्तिशाली नाम और उसके बहुमूल्य रक्त की शक्ति से मुझे परेशान कर रहे उन सभी बुरे प्रभावों का त्याग करता हूँ और उनका बंधन करता हूं और उन्हें येशु के क्रूस के पाँव में बांध देता हूँ। आमेन।

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Father Elias Vella

Father Elias Vella is the official exorcist and president for the Archdiocese of Malta. He is the author of several books including “Satana” and “Diavoli e esorcismi”. This is an exclusive interview given by Father Elias for Shalom Media. To watch the episode visit:https://shalomworld.org/episode/the-devil-cannot-make-you-sin-rev-fr-elias-vella-ofm

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