Home/Evangelize/Article

मार्च 16, 2022 238 0 Michelle Harold
Evangelize

क्रिसमस का उत्साह अनंत है

क्रिसमस का जादू मुझे हमेशा मंत्रमुग्ध कर देता है, चाहे क्रिसमस काल को अनुभव करने से पहले मुझे कितनी ही दुख तकलीफों का सामना करना पड़े। कई साल ऐसे होते हैं जिसमे हम क्रिसमस का उत्साह और खुशी त्योहार गुज़रने के बाद अनुभव करते हैं। लेकिन एक बार जो क्रिसमस का उत्साह हम पर चढ़ जाता है, तो फिर वह उतरने का नाम नहीं लेता है।

परमेश्वर के इकलौते पुत्र को उपहार स्वरूप प्राप्त करने से हमें जिस आनंद का अनुभव होता हैं, वही इस अद्भुत त्योहार की नीव रखता है। इसी कारण से थोड़े समय के लिए ही सही, पर इस प्यारे जश्न के मौसम में सब से अच्छे से पेश आना हमारे स्वभाव का एक अभिन्न हिस्सा बन जाता है। क्योंकि छोटे बच्चों के लिए, सैंटा क्लॉज से तोहफे मिलने की उम्मीद उन्हें अपना आचरण सुधारने की प्रेरणा देती है, इसीलिए मैं यह अक्सर सोचा करती हूं कि इस त्योहार में ऐसा क्या है जिसकी वजह से हम वयस्क लोग भी अपने आचरण को सुधारने के लिए प्रेरित होते हैं और हम किस तरह से साल के बाकी दिनों में भी अच्छाई के प्रति उस झुकाव को कायम रख सकते हैं जिसे हम क्रिसमस के इस जादुई मौसम में अनुभव करते हैं।

एक गहरी यादगार

पिछले साल मैंने और मेरे पति ने विक्टोरिया नामक जगह की यात्रा की। वहां हम एक बेर के खेत में गए जहां की फसल खरीदते हुए हमने वहां की मालकिन से बात की। गर्मी के मौसम में भी वह दिन काफी शीतल था, और हम इस बारे में बात कर रहे थे कि पिछले साल का मौसम कितना भयंकर था। पिछले साल सूखा पड़ने की वजह से और जंगल में आग लगने की वजह से किसानों और फसलों की हालत बहुत बुरी थी। क्योंकि खेत की मालकिन आग बुझाने में भी मदद करती थी, उन्होंने आग बुझाते हुए कई करीबी दोस्तों को खोने का दुख भी झेला था।

इस दुखभरी बात को सुन कर मुझे तब और दुख हुआ जब खेत की मालकिन ने कहा कि “इस बार भी मैं आग से लड़ने के लिए पूरी तैयारी करके बैठी हूँ”। जब हम खेत से बाहर जा रहे थे, तब उसने अपने बच्चे को उठाया और उन दोनों ने हमें अलविदा कहा। खेत की यात्रा बेशक हमारी यात्रा का सबसे यादगार हिस्सा था और हमने वहां के लोगों में जो दृढ़ संकल्प देखा, वह हमें इस बात की याद दिलाता रहेगा कि किस तरह हमें तब अच्छाई करनी चाहिए जब हमसे इसकी उम्मीद की जाती है – चाहे साल का कोई भी समय हो।

छोटे छोटे कदम

एक बार जब हम दिसंबर में क्रिसमस की खुशी और नए साल के आने के उत्साह से गुज़र चुके होते है, तो हमें अच्छाई करने की ओर अपने मन को झुकाने के लिए थोड़ा ज़्यादा प्रयास करना पड़ सकता है। मैं आमतौर पर देखती हूं कि हमारी व्यस्तता हमारे जीवन को निर्देशित करने लगती है और व्यस्तता की गति थमने की कोई जगह दिखाई देनी बंद हो जाती है। जैसे-जैसे हमारे व्यवसायिक और व्यक्तिगत प्राथमिकताएँ हमारा ध्यान अपनी ओर खींचने लगती है, मैं सोचने लगती हूं कि कि क्या मैं ईश्वर के निर्देशों के प्रति उतनी ही सचेत रह सकती हूँ जितनी सचेत मैं तब होती हूं जब मैं क्रिसमस के मौसम में उपहार लपेटते और क्रिसमस भजन गाते समय होती हूं।

हालांकि, हमारे प्रभु कभी भी अपनी गति को धीमा नहीं करते हैं – वे कभी संघर्ष कर रहे स्थानीय व्यवसाय की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करते हैं, तो कभी हमें किसी ऐसे व्यक्ति को फोन करने की याद दिलाते हैं जो अकेला है, वे हमें क्षमा करने के लिए प्रोत्साहित करते है, और हमें दान देने के लिए प्रेरित करते है। मेरे पति कहते हैं कि ईश्वर की यह प्रेरणाएं ही हमें उनके नज़दीक लाने का मार्ग बनती है। मैं उन्हें ईश्वर की ओर बढ़े छोटे छोटे कदमों के रूप में देखती हूं जिन्हें प्राप्त करने से हम आशीष पाते हैं।

अगर हम अपनी व्यस्तता को दूर करने का बंदोबस्त भी कर लें, तो भी हमारे जीवन में अक्सर दूसरी बाधाएं होती हैं जो हमें ईश्वर के संकेतों का जवाब देने से निराश करती हैं। उदाहरण के लिए, जब हम किसी की मदद की पुकार सुनते हैं, तो हम यह तर्क देने लगते हैं कि हमारे योगदान से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा या मदद मांगने वाले इंसान को शायद हमारी मदद लेना पसंद ना आए। या हम किसी व्यक्ति के साथ पुरानी दुश्मनी सुलझा लेने का ईश्वरीय संकेत यह सोच कर टाल देते हैं कि उसकी किसी नई बात ने हमें ठेस पहुंचाई है।

एक अच्छी लड़ाई लड़ें

इन सब बाधाओं के बावजूद, ईश्वर की बातें, उनकी सलाह हमारे दिल में चुभती रहती है। पर ऐसा क्यों होता है, क्या आपने कभी सोचा है? ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि येशु ने हमारे अंदर के और बाहर के अंधकार को जीत लिया है। उनका प्रेम और उनका प्रकाश तेज़ी से जलता है, और हमेशा के लिए अच्छाई की चिंगारी को प्रज्वलित रखता है। यदि हम ईश्वर की अच्छाई के करीब आना चाहते हैं तो हमें उनके संकेतों पर अमल करना चाहिए। जैसा कि हमारी प्रिय फातिमा की मां मरियम ने हमें याद दिलाया था, कि हमारा भविष्य ईश्वर में है और हम उस भविष्य को बनाने के सक्रिय और जिम्मेदार भागीदार हैं।

अगर हम यह याद रखें कि हमारे साथ जो कुछ भी अच्छा हुआ है, जो भी प्रतिभाएं और आशीर्वाद हमें मिले हैं, वे सब प्रभु की ओर से हैं, तो हम अपने मन में आने वाले अच्छाई के प्रति हर झुकाव का स्वेच्छा से स्वागत करेंगे। आज के ज़माने में यह और भी जरूरी हो गया है कि हम अंधेरे से लड़ें, और मां मरियम से प्रार्थना करें कि वह हमें ध्यान केंद्रित करने और बुलाए जाने पर अच्छी लड़ाई लड़ने में मदद करें। किसी के जीवन को रोशन करने में, उन तक क्रिसमस की आशा और खुशी लाने में ज़्यादा समय नहीं लगता है। जब उन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता होती है, खासकर तब जब उन्हें इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है। चाहे वह क्रिसमस के त्योहार का मौसम हो या वर्ष का कोई अन्य समय हो।

“जिसका सामर्थ्य हम में क्रियाशील है और जो वे सब कार्य संपन्न कर सकता है, जो हमारी प्रार्थना और कल्पना से परे है, उसी की महिमा कलीसिया में और येशु मसीह में पीढ़ी दर पीढ़ी, युग युगों तक होती रहे! आमेन! (एफिसियों 3:20-21)

Share:

Michelle Harold

Michelle Harold is an IT professional who finds great joy in living the Catholic faith. She resides with her husband in Melbourne, Australia.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Neueste Artikel